मैं भी इसी देश का बाशिंदा हूँ
मैं बोल रहा हूँ क्योंकि ज़िंदा हूँ
तू नेतृत्वकर्ता है इसीलिए शर्मिंदा हूँ
कि हदे पर न कर अभी मैं ज़िंदा हूँ
तुझे अर्श पर ले जाने वाला कारिंदा हूँ
बोटियां न नोच कि अभी मैं जिंदा हूँ
पर कतर तो देगा क्योंकि मैं परिन्दा हूँ
पर ये मत जाना भूल कि अभी मैं ज़िंदा हूँ
#शब्दांश/रणविजय
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